सोमवार, 4 मई 2009

आं बच्चां रै सीस पर, बैठ्यो है संसार

एक कानी सकूलां में प्रवेश उच्छब मनायो जावे तो दूजी कानी नान्हा नान्हा पढ़ेसरयां नै घर चलावन री चिंता खाया जावे है. परलीका रो रामावतार स्वामी भी नोंवी जमात रो पढ़ेशरी है



रामस्वरूप किसान रा दूहो चेतै आवै-

लुळ-लुळ जावै टांगड़ी, बो'ळो चकियौ भार।
आं बच्चां रै सीस पर, बैठ्यो है संसार।।


प्रस्तुति- अजय कुमार सोनी
संपादक जनवाणी
समुठ- 9460102521

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