नूंवै बरस री मोकळी-मोकळी मंगळकामनावां
नूंवै बरस री मोकळी-मोकळी मंगळकामनावां।
आपरा सगळा कारज पूरा होवै
घर में सातूं सुख बापरै।
नयै बरस भी नेह आपरो
गयै बरस री भांत राखियो।
रट्ठ निरा ई ताळ रो पड़ै
टाबरां री ख्यांत राखियो।।
- मोहन आलोक
बेली थारै आंगणै, उड़तो रेवै गुलाल।
बांध भरोटो हरख रो, ल्यावै नूंवो साल।।
-रामस्वरूप किसान
इणीज कामना साथै
जनवाणी परिवार
सत्यनारायण सोनी री कहाणियां पढ़ण खातर अठै क्लिक करो सा!
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आपरा सगळा कारज पूरा होवै
घर में सातूं सुख बापरै।
नयै बरस भी नेह आपरो
गयै बरस री भांत राखियो।
रट्ठ निरा ई ताळ रो पड़ै
टाबरां री ख्यांत राखियो।।
- मोहन आलोक
बेली थारै आंगणै, उड़तो रेवै गुलाल।
बांध भरोटो हरख रो, ल्यावै नूंवो साल।।
-रामस्वरूप किसान
इणीज कामना साथै
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